क्या आप Heart Touching Kahani In Hindi में पढ़ना चाहते है? तो आप बिलकुल सही जगह पर आये हैं! इन कहानियों से आपको सिख भी मिलेगी।
Heart Touching Kahani In Hindi
एक जंगल में एक साधु बहुत सालों से तपस्या कर रहा था, वह एक पेड़ के नीचे बैठकर अपनी तपस्या में मगन था। उस जगह पर पानी की बाढ़ आ जाती है, सारे लोग इधर से उधर भाग रहे थे, और यह साधु अपनी तपस्या में मगन थे।
इन्हें पता नहीं था कि पानी की बाढ़ आ चुकी है। जब एक आदमी वहां से भाग रहा था, तो उसने इस साधु को देखा और इन्हें सावधान किया की पानी की बाढ़ आ चुकी है! सारे लोग यहां से भाग रहे हैं, आप भी यहां से चलो!
तो उस साधु ने कहा कि ” तुम जाओ! मुझे भगवन बचा लेगा। ” कुछ देर के बाद पानी साधु के गले तक आ गया, तभी वहां से कुछ लोग नाव में बैठकर भाग रहे थे, उन्होंने जब साधु को देखा तो उनसे कहा कि आप हमारे साथ नाव में बैठ जाओ! वरना आप डूब जाएंगे।
लेकिन साधू ने फिर से वही कहा कि ” तुम जाओ! मुझे भगवन बचा लेगा। ” और वह लोग भी, वहां से नाव लेकर चले गए। थोड़ी देर के बाद जब पानी बढ़ने लगा, तो वह साधु एक पेड़ पर चढ़ गए।
तभी वहां से एक हेलीकॉप्टर गुजर रहा था, जो लोगों को बचा रहा था। जब उन्होंने इस साधु को देखा, तो साधू की तरफ रस्सी फेंकी और उन्हें ऊपर आने को कहा, लेकिन साधू ने फिर से वही कहा कि ” तुम जाओ! मुझे भगवन बचा लेगा। ”
और वह हेलीकॉप्टर वाले भी वहां से चले गए। धीरे-धीरे पानी बढ़ने लगा और वह साधु पानी में डूब कर ही मर गया। जब वो मरने के बाद भगवन के पास पहुंचा, तो उसने भगवन से कहा कि “मेने आपकी इतनी तपस्या की, इतना आपको रात-दिन याद किया, आपने मुझे बचाया क्यों नहीं?
तो भगवन ने कहा ” अरे बेवक्कूफ़! तुझे बचाने के लिए, तीन बार मैंने ही तो उन तीनों इंसानों को भेजा था! ” एक बार पैदल, दूसरी बार नाव लेकर, और तीसरे बार हेलीकॉप्टर लेकर।
इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है: कि खुदा हमेशा किसी न किसी को जरिया बनाकर भेजता है, हमारी मदद करने के लिए। लेकिन हम अपने घमंड में उन्हें पहचान नहीं पाते हैं, और ऐसे मौके हाथ से गवा देते हैं।
Ek Dusra Heart Touching Kahani In Hindi
ये है एक और Heart Touching Kahani In Hindi में। इसको भी पढ़िए और अपने दोस्तों के साथ शेयर करिये।
यह गांव में एक व्यापारी रहता था, उसकी एक खूबसूरत बेटी थी। एक बार उसे व्यापारी पर बहुत ज्यादा कर्ज हो गया था और जिस आदमी से उसे व्यापारी ने कर्ज लिया था, वो उसी गांव का था, और बहुत ही घटिया आदमी था। तो ब्यापारी उस आदमी का कर्ज चुका नहीं पा रहा था,
तो उस आदमी ने सारे गांव वालों को जमा किया, और व्यापारी के घर पर जाकर व्यापारी से कहा कि ” अगर तुम मेरा कर्जा दे नहीं पा रहे हो तो अपनी बेटी की शादी मुझ से कर दो। ” यह सुनने के बाद भी वह व्यापारी चुप रह। क्योंकी वो मजबूर था!
और ये सारी बातें, घर में बैठी उस व्यापारी की बेटी सुन रही थी। थोड़ी देर के बाद उस आदमी ने गांव वालों और व्यापारी से कहा की ” ठीक है! में एक थैली में सफेद और एक काला पत्थर डालूंगा, और इसकी बेटी को थैली में से, कोई एक पत्थर निकालना पड़ेगा।
अगर सफेद पत्थर निकला तो मैं कर्ज भी माफ कर दूंगा और इसकी बेटी से शादी भी नहीं करूंगा। लेकिन अगर काला पत्थर निकला, तो कर्जा तो मैं माफ कर दूंगा, मगर इसको अपनी बेटी से मेरी शादी करवानी पड़ेगी।
व्यापारी की लड़की इस बात के लिए राजी हो गई और सारे गांव वाले भी। उस आदमी ने थैली के अंदर सबके सामने दो पत्थर डालें। लेकिन बड़े ही चालाकी से उस आदमी ने दोनों ही पत्थर उस थैली में काले डाले थे।
और यह व्यापारी की बेटी को दिख गया था के थैली के अंदर दोनों ही पत्थर काले थे। अब वह लड़की सोंच में पड़ गई थी, कि मैं जो भी पत्थर निकालूंगी वहकाले ही पत्थर होंगे। और अगर काला पत्थर निकला, तो कर्जा माफ हो जाएगा, लेकिन मुझे उससे शादी करनी पड़ेगी।
और अगर मैंने सारे गांव वालों को यह बता दी, कि इस आदमी ने थैली में दोनों ही पत्थर काले डाले हैं, तो कर्ज़ा भी माफ नहीं होगा और यह आदमी, आज नहीं तो कल मेरे बाबा से बदला जरूर लेगा।
लड़की यह सोच ही रही थी की लड़की को तभी थैली से पत्थर निकालने को कहा गया। लड़की ने थैली में हाथ डाला और एक पत्थर बाहर निकाला, और बिना किसी को बताएं उस पत्थर को जमीन पर गिरा दिया।
और जमीन पर गिरने के बाद, वह पत्थर दूसरे पत्थरों में मिल गया। तभी लड़की ने सबसे कहा कि ” अब कैसे पता चलेगा, कि मैंने जो पत्थर निकला था वह सफेद था या काला था? “
लड़की ने कहा थैली में जो दूसरा पत्थर है, उसे देखो! अगर थैली में सफेद पत्थर है, तो मेने काला पत्थर निकला था। और अगर थैली में काला पत्थर है, तो मेने सफेद पत्थर निकला था।
और थैली में तो सिर्फ काले ही पत्थर थे। और सभी गांव वालों ने यह समझ लिया, की लड़की ने जो पत्थर निकला था वह सफेद था। इसलिए व्यापारी का कर्ज भी माफ हो गया और उसकी बेटी को, उस आदमी से, शादी भी नहीं करनी पड़ी।
जिंदगी में इंसान कई बार मजबूर हो जाता है, और उसके सामने जो हालत होती है, उसे उसी के हिसाब से चलना पड़ता है।
इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है: जब भी आप मजबूर हो जाओ और मजबूरी में आपका कोई फायदा उठाना चाहता हो, दो इनोसेंट मत बनो, बल्कि अपने दिमाग का इस्तेमाल करो। जितने इनोसेंट बनने की कोशिश करोगे, लोग उतना ज्यादा आपको चीट करेंगे।
अब इसका मतलब यह नहीं कि आप लोगों को गालियां देना ही शुरू कर दो, बल्कि इसका मतलब यह है कि आप समंदर की तरह बनो। मतलब यह है कि आप समंदर की तरह खामोश रहो, लेकिन उसकी गहराई की तरह अपने दिमाग में नॉलेज रखो।
आपको ये दूसरा Heart Touching Kahani In Hindi केसा लगा? कमेंट करके जरूर बताये!
Excellent Story 🥰