Introduction
इस Hindi Kahaniya for Kids के ब्लॉग पोस्ट में आपको अपने बचे के लिए बेस्ट कहानिया मिलेंगी जो सिख के साथ होगी। यानी हर कहानी से आपको और आपके बचे को बोहत कुछ सिखने को मिलेगा। खुद भी पढ़िए और दूसरों तक भी पोहंचाइये।
ये रहे कुछ Hindi Kahaniya for Kids
1. लोमड़ी और कव्वा।
एक समय एक लड़का पनीर खा रहा था, उसी वक़्त कि एक कौवा उड़कर कहीं से आया और लड़के के हाथ से पनीर कर टुकड़ा झपट कर तेजी से एक पेड़ के ऊपर जाकर बैठ गया, और मजे से पनीर खाने लगा। तभी एक लोमड़ी उधर से गुजरी उसने कौवे की चोंच में पनीर के टुकड़े को देखा और लालच से अपने होठों पर जीभ को फेरा।
लोमड़ी ने कौवे से कहा- “कौवे भाई तुम कितने प्यारे दिखते हो, तुम्हारे चमकीले पंख और नोकीली चोंच जब इतनी सुन्दर है, तो तुम्हारी आवाज कितनी मधुर होगी ?’
कौआ अपनी झूठी प्रशंसा सुन कर खुश हो गया, और जोर जोर से काँव – काँव करने लगा। ऐसा करते ही उसकी चोंच मे दबा हुआ पनीर का टुकड़ा नीचे गिर गया, जिसे लोमड़ी उठा कर भाग गई। चालाक लोमड़ी ने जाते जाते कहा “प्यारे कौवे तुम्हारी आवाज तो बहुत अच्छी है पर बुद्धी नहीं है।”
सीख:- झूठी प्रशंसा (तारीफ़) करने वालों से बचो।
लोमड़ी और बकरा – Hindi Kahaniya for Kids
एक जंगल में एक लोमड़ी खान की तलाश में भटक रहा था, और उसे कुछ भी नजर नहीं आ रहा था। उसे छोटा बंदर का बच्चा दिखाई दिया तो मुंह में पानी आ गया! वो उसकी तरफ बढ़ा, लेकिन उसी वक़्त बच्चे की मां टपक पड़ी और बंदरिया माँ ने लोमड़ी के सर पर मारा और अपने बच्चों के पास ले लिया।
लोमड़ी का चेहरा देखने लायक था, फिर लोमड़ी आगे बढ़ गया। लेकिन वहां पर भी उसके सामने एक बाघ आ गया! फिर वो जान बचाने के लिए भागने लगा और बाघ पीछा करने लगा। दोनों भाग रहे थे और बाघ लोमड़ी को पकड़ नहीं पा रहा था, क्योंकि लोमड़ी जान बचाने के लिए भाग रहा था।
भागते हुए लोमड़ी के सामने एक झाडी आयी और झाडी के पीछे एक कुआँ था, लोमड़ी उस कुएं में गिर गया। लोमड़ी की जान भाग से तो बच गई लेकिन कुएं में फंस गया। लोमड़ी: हे भगवान! आपने बाघ से तो मेरी जान बचा दी, लेकिन इस कुँए में फस गया!
क्या करूं, कैसे निकलूं? बस यही डर सता रहा है। फिर वो किसी के आने की आवाज़ सुनता है और कहता है “कौन है भाई? जरा इधर आओ और अपने मुखड़ा तो दिखाओ। “
कुएं के पास में एक बकरा आ गया था और वह लोमड़ी की बात सुन कर चौंका! उसके समझ में नहीं आया की आवाज कहां से आ रही है। बकरा: यह आवाज कहां से आ रही है? कहीं आसमान से आने वाली आकाशवाणी तो नहीं सुनी मैंने!
लोमड़ी: अरे! आकाश से नहीं, मैं कुएं के अंदर से बोल रहा हूं। जरा इधर आ कर अंदर झांको, में दिख जाऊंगा। बकरे ने जब कुएं में देखा तो लोमड़ी कुएं के पानी में तैरता हुआ दिखाई पड़ा। बकरा: अरे लोमड़ी राजा! यहां क्या कर रहे हो?
तलाक लोमड़ी ने अपने दिमाग का घोड़ा दौड़ाया और जवाब दिया: अब में डबल फायदा उठा रहा हूँ, पानी पी भी रहा हूं और यहां गोते भी लग रहा हूं। सारी गर्मी छूमंतर हो गई, बड़ा आराम मिल रहा है। आओ! तुम भी आनंद उठाओ।
में तो यहां अकेला हूं, लेकिन एक से भले दो होते हैं! लोमड़ी की चालाकी से भरी बातें असर करगयी और बकरे के मन में कुएं में कूदने की इच्छा जाग गयी। बस फिर क्या? उसने आगे पीछे कुछ सोचा नहीं और कोई में झट से चलांग लगा दी।
बकरे ने पानी पिया और गोता भी लगाया, लेकिन कुछ देर बाद उसका मन कुएं से बाहर आने को किया! उसने अपनी इच्छा बताई: लोमड़ी राजा! अब तो बाहर जाना चाहिए! कैसे निकाला जाए?
मुझे भूख भी लगी है। लोमड़ी: अबे यार तुम चिंता ही क्यों करते हो! सारा इंतजाम हो जाएगा। रहा सवाल तुम्हारी भूक का, उसका भी इंतजाम कर देता हूं। बकरा: वो कैसे? लोमड़ी: एक काम करो, पंजे के बल पर कुँए की दीवाल पर खड़े हो जाओ।
मैं खुद तुम्हारे सर से होते हुए ऊपर कूद जाऊंगा और बाहर निकलने के बाद तुम्हारे लिए हरी-हरी घास लेकर आऊंगा। उसके साथ-साथ अपने घर से सीढ़ी लाकर, तुम्हें बाहर निकलने का रास्ता भी बनाऊंगा।
उसके बाद बाहर चलकर, हम अपनी दोस्ती को आगे बढ़ाएंगे! मौज-मस्ती और आनंद उठाएंगे। बकरा: यह तो बड़ा अच्छा विचार है! जल्दी लौट कर आना, मैं इंतजार करूंगा।
फिर बकरा कुएं के दीवार पर दोनों पैर के सहारे खड़ा हो जाता है और लोमड़ी उसके पीठ पर से होते हुए, सर पर चढ़कर उस कुएं से बाहर निकल गया। बकरा: जल्दी आना लोमड़ी राजा! लोमड़ी: किसका आना और कैसा आना? अब तो भैया मैं नहीं आऊंगा।
बकरा: अरे तुम यह क्या कर रहे हो! मुझे धोखा दे रहे हो, मेने बहुत ही बड़ी गलती की जो मैं तुम्हारे बातों में आ गया। लोमड़ी: तो पहले सोचना चाहिए था! इस तरह चालाक लोमड़ी, चालाकी दिखाकर खतरे से बाहर निकल गया। लेकिन बिना विचार के बकरे ने जो फैसला किया, उसका नतीजा बुरा हुआ।
इसीलिए कहते हैं की अजनबी से हमेशा सावधान रहो! और बिना विचार के कोई काम मत करो।
2. एक चौकीदार की कहानी
एक कंपनी के मैनेजर, राहुल को अपने कंपनी के लिए चौकीदार चाहिए था। उसके लिए उन्होने ने इश्तेहार निकाला। बहुत लोग इंटरव्यू देने आये. लेकिन मैनेजर को कोई भी पसंद नहीं आ रहा था।
आखिर में राजू नाम का एक व्यक्ति बैठा था जो इंटरव्यू के लिए बैठा था। राहुल ने मोदी से पूछा ” आप थके हुए लग रहे है ? कोई बीमारी है क्या ? ” राजू ने जबाब दिया : नहीं साहब, ऐसी कोई बिमारी नहीं है, लेकिन नींद नहीं आने की बिमारी है।
राहुल ने तुरंत उसको रात के चौकदारी के लिए रख लिया क्यूंकि वह चाह के भी सो नहीं सकता।
कहानी से सीख : अपनी असलियत नहीं छुपाना चाहिए
3. एक बाघ और हिरन।
जंगल में गर्मी के मौसम में एक शेर अपने गुफा से निकला क्यूंकि उसको बहुत भूख लगी हुई थी । उसको सामने एक खरगोश दिखा और उसने तुरंत उसको अपने पंजे में कैद कर लिया। उसने कुछ हिचकिचाहट के साथ सोचा “इससे मेरा पेट नहीं भरेगा”।
इसी बिच शेर को थोड़ी दूर में भागता हुआ एक हिरन दिखाई दिया। हिरन को देखते ही शेर का दिल गदगद हो गया और वह तुरंत खरगोश को छोड़ के वह हिरन की और भागा। आहट पाते ही हिरन तुरंत घने जंगल में गायब हो गया।
इसी बिच खरगोश भी वहां से भाग चूका था। शेर वापस आके खरगोश को वहां ना पा कर शेर ने अफ़सोस किया।
कहानी से सीख : जितना अपने पास में हो उससे संतुष्ट होना चाहिए, दुर की चीज़ो के पीछे भागने से अपनी चीजें भी खो जाती है। इसका मतलब ये नहीं की बड़े सपने न देखा जाये, लेकिन शुरुआत हमेसा छोटे से ही होती है। (बून्द-बून्द से समंदर।)
4. दो मुर्गे और एक बाज़
एक बार की बात है, दो मुर्गे एक पहाड़ी को लेकर लड़ रहे थे। वे दोनों अपनी पूरी ताकत से लड़ रहे थे, क्योंकि जो भी जीतेगा वह पहाड़ी का राजा बनेगा ।
अंत में एक मुर्गा जीत गया और दूसरा मुर्गा लड़ाई में गंभीर रूप से घायल हो गया और हार गया। जीतने वाले मुर्गा ने अपनी जीत की घोषणा करने के लिए एक ऊँची उड़ान भरी और तेज आवाज में चिल्ला कर सबको अपनी जीत के बारे में बताया।
इतने में एक बाज़ उड़ता हुआ आया और इस घमण्डी मुर्गे को देखा। उसने झपट्टा मारा और मुर्गे को पकड़ कर दूर ले गया। दूसरा मुर्गा जो हार गया था वह नीचे से सब कुछ देख रहा था, वह जल्दी से बाहर आया और खुद को पहाड़ी का राजा घोषित कर दिया।
शिक्षा : जरुरत से ज्यादा घमंड सेहत के लिए खतरनाक होता है ।
कहानी जो आपको सफल बना देगा – Inspiration Story in Hindi