ये Motivational Short Story In Hindi, आपके ज़िन्दगी को बदलने वाली है। ये कहानी है एक ऐसे गुंफा के बारे में, जहाँ से कोई भी लौट के नहीं आया।
Motivational Short Story In Hindi
तो यह कहानी है एक गुफा की, जो की एक गांव में थी। जो की बहुत बड़ी और बहुत पुरानी थी। उस गुफा के अंदर कोई भी इंसान जाने को बहुत डरता था। क्योंकि आज तक जो भी इंसान के अंदर गया था, वह कभी लौटकर नहीं आया।
कोई कहता था कि उस गुफा के अंदर भूत रहते हैं या आत्माओं का साया है! तो कोई कहता था की उस गुंफा के अंदर एक बहुत बड़ा राक्षस (Demon) है, जो इंसानो को खा जाता है। तो कोई कहता था कि उस गुफा के अंदर बहुत सारे जंगली जानवर रहते हैं।
हर तरह के लोग अलग-अलग बातें करते रहते थे उस गुंफा के बारे में। तो एक दिन उस गांव में एक लड़का आता है और उसे भी गुफा के बारे में पता चलता है कि गांव में एक बहुत ही बड़ी और पुरानी गुफा है। जिसमे आज तक जो भी इंसान गया है, वह कभी लौटकर नहीं आया।
अब लड़का बड़ा जिद्दी था! उसने डिसाइड कर लिया कि वह गुफा में जाएगा और देखेगा कि आखिर उस गुफा में है क्या। सारे गांव वाले उसे मना करने लगे की बेटा उस गुफा में मत जाओ! हमें डर है कि तुम वापस नहीं आओगे।
और वहां जाने से भी लोग डरते हैं और तुम उस गुफा के अंदर जाने की बात कर रहे हो! तो लड़का कहता है कि ” अगर वह गुफा एक डर है, तो में उसके अंदर जाऊंगा! क्योंकि डर के आगे जीत है।
तो लड़का अपना सामान पैक कर लेता है और गुफा में जाने लगता है। वह लड़का जितना ही अंदर जाता है, अंधेरा और बढ़ता जाता है। वो थोड़ा और अंदर जाता है, तो उसे पीछे से कोई धक्का मार देता है।
जिसकी वजह से वह लड़का नीचे गिर जाता है। लड़का फिर खड़ा होता है, तू वो देखता है की उसके सामने 2 इंसान खड़े हुए दिखते हैं। वह इंसानों से कहते हैं कि ” तुम यहां कैसे और कब आये? “
तो वह दोनों उस लड़के को गुफा के अंदर लेकर जाते हैं। वो लड़का जैसे ही गुफा के अंदर जाता है,तो हैरान हो जाता है। वह देखते हैं की गुफा में सारी सुविधाएं मौजूद हैं! पैसा है, सोना है, चांदी है, धन है, और दौलत है सब कुछ है! जितने इंसान का जरूरत का समान है सब कुछ वहां रखा हुआ था।
तो वो लड़का उन दोनों से पूछता हैं कि ” तुम अंदर आए थे, तो बाहर क्यों नहीं गए गुफा के? ” तो दोनों कहते हैं की ” गुफा के अंदर इतनी सारी सुख-सुविधा है कि हमें गुफा के बाहर जाने की जरूरत ही नहीं पड़ी।
फिर लड़का उनसे कहता है कि ” तुमने मुझे धक्का क्यों मारा था? ” तो दोनों कहते हैं कि ” जो भी इस गुफा के अंदर आता है तो हम उसे धक्का दे देते हैं! ताकि वह डर के मारे इस गुफा से भाग जाए।
लेकिन तुम डरे नहीं! तुम फिर खड़े हुए, इसलिए हमने तुम्हें अंदर लाया। तो लड़का सोचने लगा कि ” सच में दुनिया बहुत डरपोक है! इतना डर-डर के जी रहे हैं, इतना डर-डर के जी रहे हैं कि यह लोग भूल ही गए हैं की डर के आगे भी जीत है।
जिस जित को वो हर जगह तलाश कर रहे थे, वह कहां मिली? डर में मिली! अगर उस गांव का कोई इंसान, डर को हरा कर, हिम्मत से उस गुफा में आ गया तो उसकी जिंदगी बन जाएगी।
और यह बात भी सही है कि जिस काम को करने में डर लगता है, वही काम करो! डर हमेशा के लिए खत्म हो जाएगा। और अगर डरना ही है तो उस खुदा से डरो ना! हम हर इंसान से, हर काम से डरते रहते हैं, लेकिन उससे नहीं डरते।
हम अपने बड़ों के सामने कोई गलत काम नहीं करते, क्योँ? क्योंकि हम उनसे डरते हैं! वह तो सबका बड़ा है, उसे नहीं डरते। मैं आपको गारंटी देता हूं कि अगर आपने खुदा से डरना सीख लिया ना, तो आप अपनी जिंदगी में कभी भी कोई गलत काम नहीं करोगे।
उम्मीद करता हूं कि आज की Motivational Short Story In Hindi आपको पसंद आई होगी! आपका सबसे बड़ा डर क्या था? मुझे कमेंट करके बताईये!
हिरे की थैली – Motivational Short Story In Hindi
एक व्यापारी ऊंट खरीदने के लिए एक बाजार में गया, और उसे पसंद भी आ गया। सौदा हुआ, जो पैसे थे वह उसने ऊंट वाले को दिए! और ऊंट लेकर के अपने घर पर आ गया। जो व्यापारी था उसका एक बड़ा ही खास नौकर था, जो सारा काम संभालता था।
उस नौकर को पता चला कि नया ऊंट आया है! तो जो ऊंट की काठी होती है, उसने वह काठी उत्तरी और वो हैरान था। क्योंकि उसे काठी के नीचे उसे एक मखमली थैली मिली। थैली लाकर के जैसे उसने देखा तो उसमें हीरे थे!
वह चौंक गया और दौड़ के मालिक के पास गया, और कहा: ” मालिक! आप सिर्फ ऊंट नहीं लाया हो, आप तो साथ में मखमली थैली में बहुत सारे हीरे भी लाये हो। ” ब्यापारी ने कहा ” क्या कह रहे हो! तो उसने दिखाया कि “देखो कितने अच्छे-अच्छे हिरे हैं। “
व्यापारी ने कहा “अरे इस थैली को फिर से बांधो! मैं वापस देकर आता हूं। ” नौकर सोचने लगा कि कितना बेवकूफ मालिक है! अच्छा खासा माल हाथ में आ गया, उसे वापस देने जा रहा है। उसने समझाया कि ” किसी को क्या पता चलेगा! आपने तो ऊंट लेके आया है,बात खत्म हो गई।
व्यापारी ने कहा ” नहीं! नहीं! मैं तो वापस लौट जाऊंगा। ” व्यापारी ने वो मखमल की थैली ली और लेकर के वापस उस बाजार में गया, उस ऊंट वाले को ढूंढने लगा। बहुत ढूंढने के बाद जब ऊंट वाला मिला तो कहा कि ” भाई साहब! जो ऊंट मैंने लिया था उसके काठी के नीचे यह आपकी थैली थी जिसमें बहुत सारे हिरे हैं, इसको मैं वापस लौटाने आया हूं। “
ऊंट वाले ने कहा ” क्या बात है! कि तभी मैं सोचूं कि मेरी हिरे की थैली कहां गई? वह आपके साथ चली गई थी! ” फिर उसने वह हीरे की थैली उस व्यापारी से ले लिया। ऊंट वाला सोचने लगा की बहुत ईमानदार व्यापारी है!
फिर उसने कहा ” भईया! आपको मैं अपनी तरफ से हीरा देना चाहता हूं, आप इन कीमती पत्थरों में से, कोई भी आपको पसंद आये रख लो। व्यापारी ने कहा ” अरे नहीं! मुझे नहीं चाहिए, मैं तो बस लौटाने आया हूं। ”
वह ऊंट वाला उस व्यापारी को हीरे देने की कोशिश कर रहा था और वो व्यापारी मना कर रहा था। फिर ब्यापारी ने कहा ” में पहले ही 2 हीरे अपने पास रख चुका हूं! ” जैसी उस ऊंट वाले ने बात सुनी, उसे गुस्सा आ गया।
उसने कहा: अब तो तुझको मारना ही पड़ेगा। तुमने पहले 2 हिरे अपने पास रख लिए? फिर भी उसने थोड़ा सा अपना गुस्सा शांत किया और उस थैली को निकाल कर, सारे हीरे गिनना शुरू किया।
तो उस ऊंट वाले ने जब अपना सारा हीरा गिन लिया, तो उसे पता चला कि मेरे हीरे तो पूरे के पूरे हैं। फिर उसने व्यापारी से कहा ” भाई साहब! मेरे तो हीरे पूरे के पूरे हैं! फिर आपने कौन से दो हीरे रख ली? “
उसे व्यापारी ने कहा ” मैंने सबसे अनमोल 2 हीरे अपने पास रखिए! पहला: ईमानदारी और दूसरा: अपना आत्म सम्मान (सेल्फ रिस्पेक्ट)। “
छोटी सी कहानी है, जिससे हमे यह सिखने को मिलता है: जीवन में पैसा ही सब कुछ नहीं होता है, आपकी ईमानदारी और सेल्फ रिस्पेक्ट बहुत मैटर करती है।
में ये अक्सर कहता हूं कि ” पैसा बहुत कुछ हो सकता है, लेकिन पैसा सब कुछ नहीं हो सकता है! ”
आपने इस Motivational Short Story In Hindi से और क्या-क्या सीखा? मुझे कमेंट करके जरूर बताइए!
Excellent stories!