ये Inspirational Story In Hindi Short है एक टीचर हुए एक स्टूडेंट की। ये कहानी है बिस्वास पर! के किस तरह खुद पर बिस्वास करना चाहिए।
Inspirational Story In Hindi Short
एक टीचर ने, एक बच्चे को खड़ा किया और उसको बोला कि यह चैप्टर पढ़ कर सुना! बच्चा खड़ा हुआ और पढ़ना शुरू किया। उसने जैसी दो-तीन लाइन पड़ी तो उसे टीचर की आवाज आयी के “बैठ जाओ! “
उसने इधर-उधर देखा और फिर से पढ़ना शुरू किया। उसने जैसे ही दो-तीन लाइन पड़ी थी, फिर से आवाज आई के “बैठ जाओ! ” उसे लगा कि मैं गलत पढ़ रहा हूं!
उसे लगा कि मैं गलत पढ़ रहा हूं और वह डर के मारे बैठ गया। इस बच्चे के पीछे एक और बच्चा बैठा हुआ था, टीचर ने उसे खड़ा किया और कहा ” इसने जो चैप्टर पढ़ा है, वही चैप्टर तू पढ़ कर सुना। “
वह बच्चा खड़ा हुआ और बुक पर उंगली रखी, फिर पढ़ना शुरू किया। उसने भी जैसे ही दो-तीन लाइन पड़ी थी, उसको भी टीचर की आवाज आई की ” बैठ जाओ! ” वह पढ़ता गया उसे फिर से आवाज आई की ” बैठ जाओ! ”
लेकिन वो फिर भी पढता गया,उसे फिर से आवाज आया की “बैठ जाओ!” लेकिन वो पढता गया और पढ़ते-पढ़ते पढ़ते-पढ़ते उसने पूरा चैप्टर खत्म कर दिया। और चैप्टर जैसे ही खत्म करने के बाद अपना सर बुक्स से ऊपर किया,
तो देखता है की टीचर उसके लिए तालियां बजा रहे हैं। तो जो सामने बैठा हुआ बच्चा था, उसने बोला कि ” मैं भी तो वही पढ़ रहा था! ” तो टीचर ने बोला कि ” तू भी वही पढ़ रहा था और वह भी वही पढ़ रहा था।
लेकिन उसे पता था कि वह सही पड़ रहा है! उसे खुद पर भरोसा था और यकीन था कि वह सही पढ़ रहा है। मैंने तुझे भी बैठने को बोला और मैंने उसे भी बैठने को बोला! लेकिन तू डर गया और तुझे लगा की तू गलत पड़ रहा है। लेकिन उसको खुद पर यकीन था कि वह सही पढ़ रहा है।
यकीन और भरोसा इसके बिना इंसान, किसी भी काम में सक्सेस नहीं है। यह जो विश्वास है ना यकीन नाम का जो शब्द है ना, इसे मैं सक्सेस का पहला स्टेप कहता हूं। इसके बिना आप कोई भी काम में सक्सेस नहीं हो सकते।
आपको खुद पर भरोसा होना चाहिए कि मैं यह काम कर सकता हूं, तभी आपको काम कर पाएंगे। थॉमस अल्वा एडिसन जब बल्ब बना रहे थे, तो ऐसा नहीं कहते थे कि ” शायद यह जो मैं आविष्कार कर रहा हूं यह सफल हो जाएगा। ”
बल्कि उनको खुद पर विश्वास था कि यह में जो कर रहा हूं यह होगा और यह मैं ही करके बताऊंगा। तो विश्वास रखिए दोस्तों! विश्वास के बिना आप कोई भी काम में सक्सेस नहीं हो सकते, कामियाब नहीं हो सकते।
और जो भी काम आप कर रहे हो, आपको रोकने वाले बहुत आएंगे। जैसे कि इस कहानी में सर ने बच्चों को रोका था और उनका विश्वास तोड़ना चाहा था कि तू गलत पड़ रहा है। लेकिन आपको हार मानना नहीं है!
आपको यह साबित करके बताना है कि मैं सही कर रहा हूं और मुझे खुद पर विश्वास है। और जिस दिन आप कर जाओगे, उस दिन यह दुनिया आपके लिए तालियां बजा रही होगी।
एडिशन को भी रोकने वाले बहुत थे कि " यह तू क्या कर रहा है? इससे क्या होगा? यह इंपॉसिबल है! " लेकिन उन्हें खुद पर विश्वास था कि ए हो सकता है और यह मैं ही करके दिखाऊंगा।
एक राज्य – Inspirational Story In Hindi Short
यह कहानी है एक पुराने दौर की, एक राज्य था! उस राज्य के जो जासूस थे, जो दूसरे राज्यों में जाकर अपने राजा को खबर पहुंचाते थे। उन्होंने एक दिन अपने राज्य में यह खबर पहुंचाई की जो पड़ोसी राज्य है, वह हम पर हमला करने वाला है।
उन जासूसों ने पक्की खबर दी कि अगले तीन दिनों में पड़ोसी राज्य, अपनी बड़ी सेना के साथ हम पर हमला कर देगा। और उनकी सेना इतनी बड़ी है कि उनका सामना करना बहुत मुश्किल है।
यह सुनने के बाद उस राज्य का जो राजा था, वह बहुत परेशान हो गया। फिर राजा ने तुरंत सभा बुलाई और सभी लोगों से सलाह मांगी, की अब हमें क्या करना चाहिए? क्योंकि तीन दिनों के बा,द हमारा मरना तय है!
अगर किसी के पास कोई सुझाव है, तो वो बता सकता है। फिर हम सब मिलकर उस सुझाव पर विचार करेंगे। राजा के एक मंत्री ने कहा कि ” अब जान पर बात आ गई है तो उसका एकमात्र उपाय यह है, के वह लोग तीन दिनों के बाद पूरी तैयारी के साथ हमारे राज्य पर हमला कर देंगे।
इससे बेहतर यह है कि हमें आज ही, इसी समय उन पर हमला कर देना चाहिए। राजा ने मंत्री से कहा कि ” हमारी सेना बहुत छोटी है, हम उनका मुकाबला कैसे कर पाएंगे! मंत्री ने कहा कि ” पड़ोसी राज्य अभी युद्ध करने के लिए तैयार नहीं है, अभी अगर हम उन पर हमला कर देंगे तो वो संभाल नहीं पाएंगे।
और हमारे जितने की कुछ तो संभावना होगी। वैसे भी वह तीन दिनों के बाद पूरी तैयारी के साथ हम पर हमला करने वाले हैं, और तब भी हमारे पास इतनी ही सेना होगी। राजा को मंत्री का ये सुझाव बहुत अच्छा लगा और उसने तुरंत अपनी सेना को तैयार होने का हुकुम दिया।
सेना छोटी होने के वजह से उस राज्य के नागरिक भी, सेना के साथ जुड़कर युद्ध में चले गए। पड़ोसी राज्य तक पहुंचने के लिए एक पुल पार करना पड़ता था। जैसे ही सारी की सारी सेना ने पुल पार किया, और पड़ोसी राज्य में पहुंचे। तो राजा पीछे मुड़ा और उसने उस पूल को जला दिया।
और जलाने के बाद सारी सेना की तरफ देखकर कहा ” अब हमारे पास लड़ने के अलावा कोई दूसरा ऑप्शन नहीं है! हम वापस भाग भी नहीं सकते, या तो लड़ो! या मरो! ” सेना के सभी लोग अपनी पूरी ताक़त से लड़े और पड़ोसी राज्य की बड़ी सेना को, बड़े ही आसानी से हरा दिया और जित हासिल करली।
जीत गए इस एटीट्यूड के साथ, कि हमारे पास कोई दूसरा ऑप्शन नहीं है।
इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है: कि जब आपके पास कोई ऑप्शन नहीं रह जाता है, जब आपके पास सिर्फ एक प्लान होता है तो तभी आपके अंदर की ताक़त बाहर आती है।
क्योंकि आपको पता होता है कि आपके पास कोई दूसरा ऑप्शन ही नहीं है। जब आपके पास दो या दो से ज्यादा ऑप्शन होते हैं, तब उस काम के पूरे होने की पॉसिबिलिटी बहुत कम हो जाती है।
क्योंकि आपके अंदर की ताक़त बाहर नहीं आ पाती है। अगर सच में आपको किसी काम में सक्सेस हासिल करनी है ना, तो दूसरा ऑप्शन को मिटा दो।
दोस्तों उम्मीद करता हूं कि आपको इस Inspirational Story In Hindi Short से कुछ सीखने को मिला होगा। और ऐसी ही मोटिवेशनल स्टोरी पढ़ने के लिए हमारे वेबसाइट को ” Add To Home Screen ” karlijiye!
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