Introduction
इस ब्लॉग पोस्ट में हम आपको 10 प्लस Short Motivational Stories in Hindi में सुनाएंगे / लिखेंगे। हर स्टोरी से आपको मोटिवेशन और इंस्पिरेशन मिलेगा। क्योँकि ये 100 परसेंट मोटिवेटिंग होगा। तो चलिए पढ़ते हैं।
कुछ बहुत ही बेहतरीन प्रेरणादायक कहानीयां जो आपका जीवन बदल देगी। 2 मिनट समय निकाल कर जरूर पढ़ें।
Short Motivational Stories in Hindi
1. short motivational story in hindi for success
वो हर बच्चा जो किसी छोटे से गाँव से आँखों में सपने लिए चल रहा है। NEET topper की ये सच्ची कहानी तुम्हारी ज़िन्दगी बदल देगी।
कश्मीर के एक बहुत ही गरीब परिवार में जब इस बचे का जनम हुआ, 3 क्लास में आते ही, सुबह के 9 बजे से लेकर शाम के 6 बजे तक, ये अपने पिता और भाई के तरह मज़दूरी करने लगा।
दिनके उससे सिर्फ 500 रूपय मिलते, उसके पिता भले ही अनपढ़ थे, लेकिन अपने बेटे से बोलै “मेरे बेटे में तुझे डॉक्टर बनाऊंगा।” ये सुन कर उस लड़के के आँखों में उम्मीद जागी।
और मज़दूरी के बाद, शाम के 7 बजे से लेके 12 बजे तक, और सुबह जल्दी उठ कर 3 बजे से लेकर 8 बजे तक, सिर्फ 3 घंटा सोकर, वो दिन-रत पढ़ाई करता। और ये सीलसिला पुरे 10 साल चला।
क्लास 11th में कोचिंग फीस के लिए पुरे डेढ़ महीना दिन रात मजदूरी की और 15,000 पैसे एकठा करके जब कोचिंग को दिए, तो वो बोले “हमारी फीस 30,000 है।” ये बोलकर उससे निकाल दिया।
फिर बगैर किसी कोचिंग के उसने 80% Score किया। फिर आखिर NEET के तैयारी करने, 1 महीना कंस्ट्रक्शन site पर मज़दूरी कर के, उसने 7000 का फ़ोन ख़रीदा और PW का NEET का course लेके, उसने NEET Clear किया और अपने माँ-बाप का सपना पूरा किया। सलाम है, ऐसे योद्धा पर।
अगर आप इसी जानते हैं, तो नाम कमेंट करदो।
2 . Short Motivational Stories in Hindi
एक बार एक राजा अपने गाँव से सफर पर निकलने वाला था, तभी गाँव का एक आदमी राजा के पास आ कर राजा से कहता है “राजा साहब! जंगल में आपको एक 2 फुट का आदमी मिलेगा, जिसको जानसे ख़तम किये बिना आगे नहीं बढ़ना। “
राजा उस आदमी की बात मान कर सफर के लिए निकल जाते हैं। राजा जैसे ही जंगल में पोहचते हैं, वैसे ही वो 2 फुट का आदमी राजा के सामने आ जाता है।
और राजा को लड़ने के लिए कहता है, राजा उससे लड़ते हैं और उस 2 फुट के आदमी को हरा देते हैं, लेकिन जब उसे जान से मारने की बारी आती है, तो राजा उसे ये कह कर छोड़ देता है “की इस 2 फुट के आदमी को मारने में केसी महानता?”
3 दिन के बाद वो 2 फुट का आदमी फिरसे राजा सामने आता है, लेकिन अब वो 4 फुट का हो जाता है। राजा उससे फिर हरा देता है और फिर छोड़ देता है।
2 दिन के बाद फिरसे वो आदमी राजा के सामने आता है, लेकिन अब वो 8 फुट का हो चूका था। लेकिन इस बार भी राजा उससे छोड़ देता है। और इसी तरह राजा उससे छोड़ते जाता है और वो आदमी हर बार बड़ा होते जाता है।
और एक दिन ऐसा आता है की वो आदमी राजा से भी बड़ा हो जाता है, और वो राजा को मार देता है।
दोस्तों! हम भी अपने ज़िन्दगी की छोटी-छोटी प्रोब्लेम्स को नज़र अंदाज़ करते रहते हैं, और वो बाद में बोहत बड़ी बन कर हमारे सामने आ जाती है।
3. short motivational story in hindi
एक आदमी जिसका नाम विक्रम था, वो बोहत ही बड़ा बिज़नेस मैन था, जो करोड़पति था। एक बार की बात है, की विक्रम अपने बिजनेस में बोहत बड़ा घाटा कर, सड़क पर आ जाता है।
लोन चुकाने के लिए उसका घर, उसकी Luxuries गाड़ियां सब छीन गया। और रिश्तेदार ने भी जब मुंह फेर लिया। तभी उसके एक दोस्त ने बताया “उस घने जंगल में एक बाबा रहते हैं, वो बेशक तेरी मदद करेंगे।”
और दिल में बे-चेनी और आँखों में उम्मीद लिए, पुरे 12 दिन जंगल में भटक न के बाद, जब विक्रम संत से मिला तो संत ने कहा “कुछ कहने की जरुरत नहीं, में सब जानता हूँ।”
विक्रम के हाथ में 2 छोटे से चमकीले बक्से थमा दिए और कहा “अपनी काबिलियत पर भरोसा करना बचे, जबकि तेरे पास कुछ भी नहीं है।”
घर पोहंच कर पहला बक्सा खोलना, लेकिन दूसरा बक्सा अभी नहीं खोलना। दूसरा बक्सा तब खोलना जब तुझे लगे की तूने सब कुछ पा लिया है। फिर विक्रम घर आता है और पहला बक्सा खोलता है।
जिसमें से एक चिट्ठी निकलता है और उसमें लिखा होता है “बुरा वक़्त है? बित जायेगा!” फिर विक्रम ने हिम्मत जूटा कर, खुदको मेहनत में जमाया।
अगले 10 साल में जब उसने फिरसे अपना करोड़ों का बिज़नेस खड़ा करदिया, उसे लगा की उसने दुनिया में सब कुछ पा लिया।
और जान वो दूसरा बक्सा खोलता है, उसमें लिखा था “अच्छा वक़्त है? ये भी गुजर जायेगा!”
4. short motivational story hindi
गाँव में एक आदमी रहता था जो कि बहुत धार्मिक था, हमेशा पूजा-पाठ किया करता और उसे भगवान पर पूरा भरोसा था। एक बार गाँव मे बहुत जोर की बारिश होती है और बाढ़ आ जाती है, गाँव के सभी लोग अपनी जान बचाने के लिए किसी ऊँची जगह पर जाने लगते हैं।
लेकिन वो धार्मिक आदमी अपने घर से बाहर नहीं निकलता, गाँव के कुछ लोग आकर उसे साथ चलने को कहते है पर वो नहीं आता। क्योंकि उसे अपने भगवान पर भरोसा था कि वे उसकी मदद जरूर करेंगे।
जब पानी और बढ़ने लगता है तब एक व्यक्ति नाव लेकर उसे नाव पर बैठ कर चलने को कहता है, वो फिर भी नहीं आता और भगवान की भक्ति में लग जाता है।
जब पानी गले से ऊपर जाने लगता है तब वहां एक हेलीकॉप्टर आता है जो नीचे रस्सी फ़ेक कर उसे ऊपर आने को कहता है, लेकिन वो फिर भी नहीं आता।
और आखिर में डूब कर मर जाता है। मरने के बाद जब वह स्वर्ग पहुँचता है, तब वह भगवान से शिकायत करता है कि आप मेरी मदद करने क्यों नहीं आये मैं तो आपका परम् भक्त हूँ।
इस पर भगवान कहते है कि मैं आया था:- पहले ग्रामीणों के रूप में, दूसरी बार नाविक के रूप में, तीसरी बार हेलीकॉप्टर में। लेक़िन तुमने मुझे समय में पहचाना नहीं ।
दोस्तों इसी तरह हमें भी जिंदगी बहुत से मौक़े देती रहती है, लेकिन हम उन्हें पहचानने में देर कर देते है। “ज़िंदगी में हर मौका प्रत्यक्ष मिले ये जरूरी नहीं”
5. best motivational story in Hindi
एक कुम्हार माटी से चिलम बनाने जा रहा था..। उसने चिलम का आकार दिया। थोड़ी देर में उसने चिलम को बिगाड़ दिया| माटी ने पूछा -: “अरे कुम्हार, तुमने चिलम अच्छी बनाई फिर बिगाड़ क्यों दिया.?”
कुम्हार ने कहा कि : अरी माटी, पहले मैं चिलम बनाने की सोच रहा था, किन्तु मेरी मति (दिमाग) बदली और अब मैं सुराही बनाऊंगा ये सुनकर माटी बोली -: “रे कुम्हार, मुझे खुशी है, तेरी तो सिर्फ मति ही बदली, मेरी तो जिंदगी ही बदल गयी।”
“चिलम बनती तो स्वयं भी जलती और दूसरों को भी जलाती, अब सुराही बनूँगी तो स्वयं भी शीतल रहूंगी और दूसरों को भी शीतल रखूंगी!”
यदि जीवन में हम सभी सही फैसला लें तो हम स्वयं भी खुश रहेंगे एवं दूसरों को भी खुशियाँ दे सकेंगे।
6. motivational story in Hindi for students
एक गांव में राजा था जो काफी दुष्ट था, सारी प्रजा उससे काफी डरती थी. राजा का एक हाथ एक पैर और एक आँख नही थी जिसकी वजह से वो काफी डरावना लगता था। राजा ने सोचा अब मुझे अपने बेटे को राजा बना देना चाहिए।
राजा ने सोचा अपने बेटे को राजा बनाने से पहले मैं अपनी एक बड़ी सी तस्वीर बनवा लेता हूँ और इसे महल में लगवा दूँगा ताकी मेरे मरने के बाद भी लोग मुझे ना भूले।
राजा ने अपने राज्य के सबसे बेहतर चित्रकारों को बुलवाया और कहा जो मेरी सबसे बेहतर तस्वीर बनाएगा उसे मैं इतनी दौलत दूँगा की उसकी 10 पुस्ते भी उस दौलत को नहीं खर्च कर पायेगी।
साथ मे राजा ने ये भी कहा जो कोई मेरी सुदंर तस्वीर नहीं बना पायेगा उसे मौत की सजा दे दी जाएगी.मौत का नाम सुनते ही सारे चित्रकार डर गए और किसी ने भी हिम्मत नहीं कि राजा की तस्वीर बनाने की।
क्योंकि बदसूरत राजा की सुदंर तस्वीर बना पाना मुस्किल था. बड़े बड़े चित्रकारों ने मना कर दिया लेकिन एक चित्रकार ने सोचा यही सही मौका है अपने आपको सफल बनाने का।
उस चित्रकार ने तस्वीर बनाई जिसे देख कर राजा बेहद खुश हुए और बाकी सभी चित्रकार देखते रह गए। चित्रकार ने राजा की तस्वीर दिमाग लगा कर कुछ इस तरह बनाई – राजा घोड़े पर शिकार कर रहे है जिसकी वजह से उनकी एक आँख बंद है।
और उनका टूटा हुआ हाथ और पैर भी घोड़े के दूसरी ओर होने की वजह से छुपे हुए है। दोस्तों ये छोटी सी कहानी हमे ये सिखाती है:
लोग खराब Situation में दिमाग लगाने की जगह पीछे हट जाते है और उन्हें कभी कुछ बेहतर नहीं मिल पाता.अगर आपके जीवन मे ऐसी कोई भी खराब परिस्थिति है तो समझ जाइये इसमें एक बहुत बड़ा मौका भी छुपा हुआ है
यकीन मानिए खराब परिस्थिति में जो व्यक्ति दिमाग लगा लेता है उसे जीवन की सबसे बड़ी सफलता मिलती है। क्योंकि अगर आपको अपनी खराब परिस्थिति को संभालना आ गया तो आप बहुत जल्दी और बहुत तेज़ी से सफल होने वाले हो।
कभी हार मत मानिए अमेरीका के 500 से अधिक अमीर लोग ये दावा करते है की उन्हें सफलता उस वक़्त मिली जिस वक़्त वे लगभग हार ही चुके थे लेकीन उन्होंने हिम्मत करके एक और कदम आगे बढ़ाया और उन्हें अपने जीवन की सबसे बड़ी सफलता मिली।
अगर आपके जीवन मे मुश्किल है, परेशानी है तो हार मत मानिए आप सफलता के बेहद करीब है. कहानी अच्छी लगी होगी तो आगे जरूर शेयर करें और इसी तरह प्रेरणादायक पोस्ट के लिए एक पेज को फॉलो करें।
7. नफरत को जीतो प्यार से – Motivational Story in Hindi Short
रवीन्द्रनाथ टैगोर को जब नोबल पुरस्कार मिला तो पूरे विश्व से उनको बधाईयाँ मिलने लगी। लेकिन उनका एक पड़ोसी उनसे बहुत ईर्ष्या किया करता था। उसके मन में जलन और शंका हुई कि ज़रूर कोई न कोई जुगाड़ से यह पुरस्कार पाया होगा।
रवीन्द्रनाथ जी को इस बात का अहसास हो गया, कि इसको मुझसे तकलीफ़ है। रवीन्द्र जी सुबह टहलने के बाद उसके घर पर चले गये और उसके चरणों में अपना सिर रख दिया और कहा कि आपकी कृपा से मुझे यह उपलब्धि मिली है।
आपका आशीर्वाद चाहता हूँ। सामने वाला एकदम शांत हो गया। उसने उन्हें उठाकर अपनी छाती से लगा लिया और कहा- मैं तो तुम्हारी इस उपलब्धि से जल रहा था, आज मुझे यह एहसास हो गया कि आप जैसे लोग ही नोबल पुरस्कार पाने के अधिकारी हैं।
सार यह है कि कोई भी हमसे कितनी भी नफ़रत क्यों न करें पर अगर हम उनसे प्यार से बात करें तो उनके मन को भी जीता जा सकता है ।
8. motivational story in hindi with moral
एक राजा का जन्म दिन था | सुबह जब वह घूमने निकला तो उसने तय किया कि वह रास्ते में मिलने वाले सबसे पहले व्यक्ति को आज पूरी तरह से खुश व सन्तुष्ट करेगा।
उसे एक भिखारी मिला । भिखारी ने राजा सें भीख मांगी तो राजा ने भिखारी की तरफ एक तांबे का सिक्का उछाल दिया । सिक्का भिखारी के हाथ सें छूट कर नाली में जा गिरा | भिखारी नाली में हाथ डालकर तांबे का सिक्का ढूंढने लगा ।
राजा ने उसे बुलाकर दूसरा तांबे का सिक्का दे दिया । भिखारी ने खुश होकर वह सिक्का अपनी जेब में रख लिया और वापिस जाकर नाली में गिरा सिक्का ढूंढने लगा।
राजा को लगा कि भिखारी बहुत गरीब है । उसने भिखारी को फिर बुलाया और चांदी का एक सिक्का दिया । भिखारी ने राजा की जय-जयकार करते हुये चांदी का सिक्का रख लिया और फिर नाली में तांबे वाला सिक्का ढूंढने लगा।
राजा ने उसे फिर बुलाया और अब भिखारी को एक सोने का सिक्का दिया । भिखारी खुशी से झूम उठा और वापिस भागकर अपना हाथ नाली की तरफ बढाने लगा ।
राजा को बहुत बुरा लगा | उसे खुद से तय की गयी बात याद आ गयी कि “पहले मिलने वाले व्यक्ति को आज खुश एवं सन्तुष्ट करना है “।
उसने भिखारी को फिर से बुलाया और कहा कि मैं तुम्हें अपना आधा राज-पाट देता हूँ । अब तो खुश व सन्तुष्ट हो जाओ।
भिखारी बोला – “सरकार ! मैं तो खुश और संतुष्ट तभी हो सकूँगा, जब नाली में गिरा हुआ तांबे का सिक्का भी मुझे मिल जायेगा ।”
हमारा हाल भी उस भिखारी जैसा ही है । हमें परमात्मा ने मानव रुपी अनमोल खजाना दिया है और हम उसे भूलकर संसार रुपी नाली में तांबे के सिक्के निकालने के लिए जीवन गंवाते जा रहे हैं । इस अनमोल मानव जीवन का हम सही इस्तेमाल करें, हमारा जीवन धन्य हो जायेगा।
9. new motivational story in hindi
एक गांव में एक किसान रहता था, जिसका सपना था कि एक दिन वह अपने खेतों में सुंदर फूलों का एक बगी उगा सके। लेकिन उसके पास बगी के लिए पर्याप्त पैसे नहीं थे।
किसान ने फिर भी कभी हार नहीं मानी और हर दिन कमाई के थोथे से पैसे बचाने का प्रयास किया। कुछ सालों बाद, उसने अपने सपने को हकीकत बनाने के लिए पर्याप्त पैसे इकट्ठा किए और एक खूबसूरत फूलों का बगी उगाया।
उसका यह सपना आज गांव की आकर्षण बन चुका है और वह अपनी मेहनत और संघर्ष की मिसाल बने हुए हैं।
सिखना: इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि सपने पूरे करने के लिए मेहनत और संघर्ष करना आवश्यक होता है। हालांकि रास्तों में कई बाधाएं आ सकती हैं, हमारी इच्छा और प्रतिबद्धता हमें मंजिल तक पहुँचा सकती है।
10. मेहनत जरुरी है। Self Motivational Story in Hindi
एक शख्स बगीचे में बैठा था। अचानक पेड़ से नीचे एक कोकून आ गिरा। नन्ही तितली उससे बाहर आने की कोशिश कर रही थी। वह व्यक्ति घंटों उसे देखता रहा। उससे रहा नहीं गया।
अततः उसने तितली की मदद का फैसला कर लिया। उसने कोकून के एक हिस्से को काट दिया, ताकि तितली आसानी से बाहर आ सके । तितली तो बाहर आ गई, लेकिन अविकसित, बिना एक पंख के उसका पिछला हिस्सा भी कुछ फूल गया था।
अब वह कभी उड़ नहीं सकती थी। दरअसल, उस शख्स ने यह नहीं सोचा कि संघर्ष जीवन की प्रक्रिया का अनिवार्य हिस्सा है। उसने तितली के संघर्ष को ही समाप्त कर दिया और ऐसा करके उसने उसका जीवन हमेशा के लिए बर्बाद कर दिया। दरअसल, संघर्ष हमारी ताकत को बढ़ाता है।
महान क्रांतिकारी चे ग्वेरा कहते थे, जीवन में अगर आपने संघर्ष नहीं किया, तो समझो कि कुछ भी नहीं किया, और अगर आपने भरपूर संघर्ष किया, और कुछ भी हासिल नहीं हुआ, तब भी आपने एक भरपूर जीवन तो जी ही लिया।
जिस तरह, बिना छेनी और हथौड़ी की चोट सहे पत्थर भी भगवान नहीं बनता, उसी तरह मनुष्य का जीवन भी संघर्ष की तपिश के बिना न निखर सकता शिखर पर पहुंच सकता है, और न ही मनोवांछित सफलता पा सकता है।
रंगभेद के खिलाफ संघर्ष में 22 वर्षों तक जेल में रहने वाले सामाजिक कार्यकर्ता डेनिस गोल्डबर्ग कहते थे कि हर बुरी चीज को नकारना और उसे खत्म करने की कोशिश आपको संघर्ष की राह पर ले जाता है। यह कोशिश हमें बचपन से ही करनी चाहिए और कभी यह नहीं सोचना चाहिए कि अभी इसका वक्त नहीं।
11. आदतें – Shorts Motivational Story in Hindi
व्यक्ति आदतों का गुलाम है। याद रखिए आदतों से ही व्यक्ति का स्वभाव बनता है। और फिर स्वभाव से व्यक्तित्व और फिर व्यक्तित्व व्यक्ति का जीवन बनता है । इसलिए जीवन को सुधारना हो तो आदतों को सुधारना होगा।
एक बार कोई बुरी आदत पड़ जाए तो बड़ी मुश्किल से छूटती है। चलिए एक उदहारण के माध्यम से समझते हैं। एक व्यक्ति नदी किनारे अपने दोस्तों के साथ बैठा हुआ था। तभी उसे नदी में एक कंबल बहता हुआ दिखाई दिया।
उसने आव देखा न ताव कंबल को पकड़ने के लिए नदी में छलाँग लगा दी | और कंबल को पकड़ लिया। थोड़ी देर में उसे लगा कि कंबल ने उसे पकड़ लिया है और अपने साथ बहाकर ले जा रहा है।
वो बचाओ- बचाओ चिल्लाने लगा । किनारे बैठे दोस्तों ने कहा छोड़ दे कंबल को ! वो चिल्लाकर बोला- पहले मैंने कम्बल को पकड़ा था, अब इस कम्बल ने मुझे पकड़ लिया है । मैं इसे छोड़ना चाहता हूँ पर ये मुझे नहीं छोड़ रहा है।
वो कम्बल वास्तव में कंबल नहीं भालू था, जो ऊपर से देखने पर कम्बल जैसा प्रतीत हो रहा था। उस भालू ने उसे जकड़ लिया था । ऐसे ही बुरी आदतें होती है, पहले हम उनको पकड़ते है, फिर वो हमको पकड़ लेती है और अपने साथ बहाकर ले जाती है। हम चाहकर भी उनसे अपना पीछा छुड़ा नहीं पाते।
कोई भी बुरी आदत छोड़ने के लिए 42 दिन तक अभ्यास करना पड़ता है । और कोई भी अच्छी आदत अपना के लिए 21 तक अभ्यास करना होता है । इसलिए अच्छा कि जब आदत ही बनानी हो तो अच्छी आदत ही अपनाई जाए।
कहानी जो आपको सफल बना देगा – Inspiration Story in Hindi
Excellent! Bohat acha Stories hain.